गुजरात के राजकोट में TRP Game Zone में आग लगने से 30 लोगो की हुई मौत, 12 बच्चों ने गंवाई जान।

गुजरात के राजकोट में हुई TRP Game Zone घटना का जिम्मेदार कौन है? इन बच्चों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या सरकार इन 30 लोगों की मौत की जिम्मेदारी लेगी।

 

आपको बता दें कि हाल ही में गुजरात में रविवार को शाम करीब 4.20 बजे एक TRP Game Zone में आग लग गई, जिसमें करीब 30 लोग झुलस गए। इसमें करीब 12 बच्चे थे। जो उस समय गेमिंग के लिए टीआरपी गेम जोन में आए थे।

TRP Game Zone

टीआरपी गेम जोन में रिपोर्ट के मुताबिक आग करीब 4.20 बजे लगी, आग लगने से काफी अफरा-तफरी मच गई। इस आग पर 8 दमकल गाड़ियों ने शाम करीब 7.40 बजे काबू पाया। लेकिन तब तक 30 लोगों की जान जा चुकी थी।

 

रिपोर्ट के मुताबिक TRP Game Zone: यह गेम जोन 2 एकड़ जमीन टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी ने 2020 में किराए पर ली थी। इस आरोप में शामिल होने के शक में उनके पार्टनर प्रकाश जैन, राहुल राठौर के साथ टीआरपी गेम जोन कंपनी के मैनेजर नितिन जैन को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे इस घटना के बारे में अभी पूछताछ जारी है।

 

TRP Game Zone में आग कैसे लगी?

 

रिपोर्ट के अनुसार, टीआरपी गेम जोन लकड़ी, थर्मल पेपर, कपड़े और फाइबर से बना हुआ था। पूरा गेम जोन, यहां तक कि गेम जोन  का फर्श भी फाइबर और थर्मोकोल शीट से बना हुआ था। टीआरपी गेम जोन में मरम्मत और निर्माण का काम चल रहा था, और कुछ शीट को वेल्ड किया जा रहा था। बेल्डिंग चिंगारी से यह घटना हुई। क्योंकि इस गेम जोन में 2k डीजल और 1.5k पेट्रोल का भंडारण भी था। जिसने TRP Game Zone में आग को तेजी से फैलने में काफी हिदायत दी थी।

 

 

आंतरिक अराजकता क्यों हुई?

 

स्थानीय समाचार रिपोर्टर के अनुसार, टीआरपी गेम जोन की टिकट की कीमत आम तौर पर 500 रुपये होती है। लेकिन कार्यक्रम के दिन टिकट की कीमत में काफी कमी की गई और इसे 500 रुपये से घटाकर 99 रुपये कर दिया गया, जिसके कारण टीआरपी गेम जोन में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।

 

इस घटना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और न्याय व्यवस्था ने गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश वीरेन वेष्णव और देवेन देसाई की समिति में गुजरात के चार बड़े शहरों अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत के सभी खेल क्षेत्रों का ब्यौरा 24 घंटे के भीतर उपलब्ध करा दिया है।

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