Agra Metro Tunnel : मेट्रो के सुरंग की खुदाई में 146 घरों में पड़ी दरार, मशीनों से टाइल्स भी चिटकी, मकानों में रह रहे लोग आए दहशत में
Agra Metro Tunnel: यूपी के आगरा में मेट्रो की टनल बनाने के लिये अंडरग्राउंड खुदाई की गई है. इस खुदाई में जिस विशालकाय मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. उसके कंपन और धमक से उनके पूरे घर में दरार आ गई है. इस खुदाई से 146 घर प्रभावित हुए हैं. जहां कई लोगों के किचन से लेकर बाथरूम बेड रूम हर जगह दरार हैं.
आगरा: यूपी में आगरा की रहने वाली 65 वर्षी माया देवी मोती कटरा की रहने वाली हैं. उनका यहीं पर पुश्तैनी मकान है. वह अपने बुजुर्ग पति, बच्चों और बहू के साथ 2 मंजिला मकान में रहती हैं. उनके मकान के नीचे से मेट्रो की टनल बनाने के लिये अंडर ग्राउंड खुदाई की गई है. इस खुदाई में जिस विशालकाय मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. उसके कंपन और धमक से उनके पूरे घर में दरार आ गई है. किचन से लेकर बाथरूम बेड रूम हर जगह दरार आ गई है. उनके घर के नीचे से मेट्रो का काम पूरा हो चुका है.
टूटे घर में कैसे आएंगे शादी वाले मेहमान
माया देवी का कहना है कि 3 फरवरी को उनके घर में बेटी की शादी है. घर पूरा दरका हुआ है. जहां टूटे हुए घर में कैसे रिश्तेदारों का स्वागत करें .वह खुद डर के साए में है. मेट्रो कर्मचारियों ने घर मे जैक लगा दिए थे, जिन्हें अब वह खोल कर ले जा रहे हैं, लेकिन घर की मरम्मत नहीं कराई. माया देवी के सामने समस्या है कि उनकी बेटी की शादी की तैयारी भी करनी है. घर में रिश्तेदार भी जुटेंगे. ऐसी दरारों के बीच घर में मेहमानों को कैसे बुलाएं.
घर में कैसे मेहमानों को बुलाएं
ये एक परिवार की कहानी नहीं है. बल्कि मेट्रो की वजह से पूरे मोती कटरा इलाके के लगभग 146 घरों में मेट्रो की वजह से दरार आई है. हालांकि मेट्रो के अधिकारी घरों की मरम्मत की बात कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोग उनके काम और जवाब दोनों से ही संतुष्ट नहीं है.
10 दिनों तक रहे घर से बाहर
मोती कटरा के रहने वाले दीपक सराफा बाजार में काम करते हैं. वह अपने बुजुर्ग माता-पिता और बच्चों के साथ अपने पुश्तेनी घर में रहते हैं. उनके घर के नीचे से मेट्रो की अंडरग्राउंड टनल बनाई जा रही है. दिन में मशीन चलती है. जहां कंपन पैदा होता है. उस कंपन से उनके घर में जगह-जगह दरार आ गई है. यहां तक की बेडरूम भी गिरने की हालत में है. दीपक ने बताया कि अपने बच्चे और बुजर्ग माता-पिता के साथ वह 10 दिनों तक बाहर रहे हैं. मेट्रो वालों ने कहा था कि 500 रुपए दिन के हिसाब से आपको पैसा दिया जाएगा, लेकिन अभी तक नहीं दिया और ना ही घर की मरम्मत की गई. काम पूरा हो गया है.
7 साल पहले बनाया था सपनों का घर
इसी इलाके के रहने वाले राहुल शर्मा बताते हैं कि उन्होंने और उनके पिता ने पाई-पाई जोड़कर 7 साल पहले अपना पुराना मकान तोड़कर नया बनवाया था. उसी घर में उनकी शादी भी हुई थी, लेकिन मेट्रो की काम की वजह से अब उनके दीवारों और जमीन के टाइल्स में दरार आ गई है. किचन की दीवारें भी मशीन चलने से चटक गई है. मेट्रो वाले हरजाना नहीं दे रहे हैं और न ही घर को रिपेयर करा रहे हैं.
IIT रुड़की की टीम से होगा घरों का सर्वे
वहीं, आगरा में मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का कार्य 50% पूरा हो चुका है. मेट्रो टनल की खुदाई से लगभग 146 घरों के लिए परेशानी का सबब भी बन चुकी है. यह सिर्फ एक इलाके मोती कटरा का आंकड़ा है. जहां-जहां मेट्रो की अंडरग्राउंड खुदाई चल रही है. उसके ऊपर बने घरों की हालत अमूमन ऐसी ही है. जहां लगभग सभी घरों में दरार और चटकन है. घर गिरने की हालत में है और लोग डरे हुए है. घरों को गिरने से रोकने के लिये जैक लगाने पड़े हैं. अनुमान है कि 10 हजार लोग इससे प्रभावित हैं.
150 फीट गहराई में हुई है खुदाई
इसका असर सबसे ज्यादा मोती कटरा और सैय्यद गली पर पड़ा है. दरअसल, आगरा कॉलेज से मनकामेश्वर मंदिर स्टेशन के बीच अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए टनल बनाई जा रही है. इसके लिए 100 से 150 फीट गहराई में खोदाई हुई है. विशाल के मशीन जब चलती है तब तेजी से कंपन होता है. उसे कंपनी से घरों की बुनियाद है.
इस इलाके में अक्टूबर, 2023 में कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ था. जुलाई-अगस्त में कुछ घरों में दरारें आईं. बढ़ते-बढ़ते इसका असर 1700 घरों में दिखने लगा. वहीं, मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पड़ी, तो आईआईटी रुड़की से घरों का सर्वे भी कराया जाएगा. जिन घरों में दरार आई है, उनका रिपेयर किया जाएगा.