रायपुर में विश्व स्तरीय प्रमाणित जैविक जड़ी-बूटियों की मची धूम

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कोरोना से बचाई हजारों जानें,खुद बना कर मुफ्त पिला रहे “आयुष हर्बल क्वाथ”,

बस्तर की “ग्रीन हर्बल टी” तथा “एंटी एजिंग-सफेद मूसली” कैप्सूल पहले ही विदेशों में हो चुके हैं लोकप्रिय,

27 से 31 मार्च तक बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर में नाबार्ड द्वारा प्रायोजित- “मोर रायपुर ट्रेड एक्सपो 2022” में बस्तर कोंडागांव के मां दंतेश्वरी हर्बलग्रुप (स्था. 1996) के किसानों के द्वारा अपने खेतों में उगाई गई जड़ी बूटियों से तैयार प्रमाणित जैविक उत्पादों की श्रृंखला “एमडी बॉटनिकल्स” के ब्रांड नाम से प्रदर्शित किया गया। संस्था की ब्रांड तथा गुणवत्ता नियंत्रक अपूर्वा त्रिपाठी, श्री अखिलेश त्रिपाठी, श्री मनोज साहू श्री आर पटेल और एमडीएचपी के रूपेश ने उत्पादों को प्रदर्शित किया तथा उत्पादों की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की । उत्पादों में स्टेविया मीठी तुलसी, हर्बल टी, डिटॉक्स और कायाकल्प कैप्सूल, आयुष स्वास्थ्य मंत्रालय के मार्गदर्शन में एम्यूनिटी बूस्टर “आयुष क्वाथ” और स्वस्थ जीवन के लिए अश्वगंधा, सफेद मूसली, गेहूं घास, हल्दी, काली मिर्च आदि जैसी ने कई दुर्लभ जड़ी-बूटियां शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इन उत्पादों की पैकेजिंग भी शत प्रतिशत “बायो-डिग्रेडेबल” है तथा इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर की पैकेजिंग पर बस्तर आर्ट (regd.) की प्रसिद्ध डिजाइन उकेरी गई है ताकि इन सभी जड़ी बूटियों तथा उत्पादों की जननी अद्वितीय “‘बस्तर” ‘ की महिमा को वैश्विक विपणन प्लेटफार्मों पर लाया जा सके। एमडी बॉटनिकल की संस्थापक अपूर्व त्रिपाठी ने कहा कि लोगों ने हमारे एंटी एजिंग अर्थात मनुष्य की बढ़ती उम्र के दुष्प्रभावों को कम करने वाले उत्पादों में गहरी दिलचस्पी दिखाई। सफेद मुसली युक्त -एंटीएजिंग कैप्सूल और मधुमेह (डायबिटीज) में प्रभावी प्रामाणिक हर्बल चाय जो पहले से ही यूरोप में लोगों में काफी लोकप्रिय है, इन दोनों उत्पादों की भारी मांग है।

एमडी बॉटनिकल्स के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल यह एमडीएचपी ग्रुप का ही सहायक विस्तारित संस्थान है, जिसकी स्थापना 2020 विशेष रुप से कोरोना से लड़ाई हेतु “आयुष हर्बल क्वाथ” बनाने के लिए किया गया था, हमारे आयुष हर्बल क्वाथ ने हजारों लोगों की जिंदगियां बचाई है, और आज भी कोरोना से लड़ने में प्रभावी तथा कारगर उपाय माना जा रहा है। मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के अन्तर्गत दुर्लभ तथा विलुप्त प्राय वनौषधियों की प्रजातियों पर शोध तथा संरक्षण संवर्धन एवं कृषिकरण के दृष्टिकोण से “मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म्स एंड रिसर्च सेंटर” की स्थापना वर्ष 1996 में प्रसिद्ध हर्बल वैज्ञानिक डॉ राजाराम त्रिपाठी द्वारा की गई थी। यह समूह बस्तर, कोंडागांव के हजारों आदिवासी परिवारों से जुड़ा हुआ है। अपूर्वा ने बताया कि जल्द ही एमडी बॉटनिकल “टी-बैग” अंतरराष्ट्रीय स्तरीय डिप-डिप पैकेजिंग में अलग-अलग फ्लेवर की “हर्बल टी” और “ग्रीन टी” लेकर आएगा।इन अलग अलग “हर्बल टी” के अलग-अलग फायदे होंगे। एमडी बोटैनिकल्स के यह सारे उत्पाद देश विदेश में कहीं से भी संस्थान की वेबसाइट www.mdhherbals.com से अथवा “अमेजॉन” की विपणन वेबसाइट से सीधे आनलाइन खरीद कर मंगाए जा सकते हैं।

बस्तर के इस समूह ने प्रदेश तथा राजधानी रायपुर के लोगों की सुविधा के दृष्टिकोण से रायपुर में महादेव घाट चौक के निकट रिंग रोड-1 पर स्थित ” अग्रोहा कॉलोनी” में एचआर टावर के बगल में “हर्बल इस्टेट” बिल्डिंग में जैविक उत्पादों का एक एक्सक्लूसिव शोरूम भी स्थापित किया है। इस भव्य एक्सपो का उद्घाटन राजधानी के मेयर एजाज ढेबर ने किया। समूह के प्रदर्शन स्थल पर नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री एसके बंसल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ के के साहू, वरिष्ठ साहित्यकार राहुल सिंह, वरिष्ठ पत्रकार जमील खान, महिला उद्यमी संगीता सहगल सहित प्रदेश व देश की कई गणमान्य विभूतियों ने भ्रमण, निरीक्षण किया तथा बस्तर के उत्पादों की सराहना की तथा करते हुए मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के सदस्यों की पीठ थपथपाई। सौरभ सिंह, सहा. महाप्रबंधक नाबार्ड और पूरी टीम ने एक्सपो के दौरान मां दंतेश्वरी हर्बल समूह को पूरा सहयोग तथा मार्गदर्शन प्रदान किया।

अपूर्वा त्रिपाठी
लैंडलाइन+91 7712263433
मां दंतेश्वरी हर्बल समूह, कोंडागांव बस्तर छग

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