Breaking Update : आखिर क्यों अमित शाह ने पोर्टब्लेयर का नाम श्री विजयपुरम रखा। किसके नाम पर पोर्टब्लेयर का नाम रखा गया था।
भारत सरकार ने हाल ही में पोर्टब्लेयर का नाम बदल दिया है। केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने अपने X अकाउंट पर ऑफिशियली बताया कि भारत सरकार ने अधिकारिक रूप से अंडमान निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्टब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजयपुरम कर दिया है। 13 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमितशाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में इसका नाम बदलकर श्रीविजयपुरम करने का बयान दिया है।
आखिर क्यों अमित शाह ने पोर्टब्लेयर का नाम श्री विजयपुरम रखा। किसके नाम पर पोर्टब्लेयर का नाम रखा गया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “श्री विजयापुरम हमारे स्वतंत्रता संग्राम में प्राप्त विजय और उसमें अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की अद्वितीय भूमिका का प्रतीक है। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का हमारे स्वतंत्रता संग्राम और इतिहास में अद्वितीय स्थान है। यह द्वीप क्षेत्र जो कभी चोल साम्राज्य के नौसैनिक अड्डे के रूप में कार्य करता था, आज हमारी रणनीतिक और विकास आकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण आधार बनने के लिए तैयार है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह X Account
बकौल X मीडिया केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने X अकाउंट पर लिखा, “यह वह स्थान है जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी ने पहली बार तिरंगा फहराया था और सेलुलर जेल भी यहीं है जहां वीर सावरकर जी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्र राष्ट्र के लिए संघर्ष किया था।”
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा, “यह नाम परिवर्तन औपनिवेशिक छापों से मुक्त भविष्य को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
किसके नाम पर पोर्टब्लेयर नाम रखा गया था।
प्राचीन साक्ष्य के अनुसार पोर्टब्लेयर पर सर्वप्रथम चोल वंश का अधिकार था। लेकिन कुछ सालो के बाद चोल वंश की समाप्ति के बाद इसपर ब्रिटिश सरकार का अधिकार कर लिया गया। ब्रिटिश सरकार के British Naval Officer Archibald Blair के नाम पर इस द्वीप का नाम रखा गया था। यह नाम ब्लेयर के इस द्वीप के लिए के लिए किए गया कार्यों को याद दिलाता था। जिसके लिए ब्रिटिश सरकार ने इस द्वीप का नाम पोर्टब्लेयर कर दिया।
आखिर क्यों पोर्टब्लेयर को श्री विजयापुरम कर दिया ।
अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के बीजेपी सांसद Vishnu Pada ने हाल ही एक बयान दिया जिसमे उन्होंने बताया कि पोर्टब्लेयर के नाम से हमे अपनी दासता याद आती है। इस लिए यह निर्णय बहुत जरूरी था कि हमे अपने इस जगह का नाम अपने अनुसार रखना चाहिए।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि अंडमान निकोबार द्वीपसमूह हमारे देश का ही एक हिस्सा है। चोल वंश के शासक इस पर शासन करते थे। यह द्वीप समूह हमारी ही धरोहर है। सुभाषचंद्र बोस ने जापान की मदद ब्रिटिश सरकार से अंडमान निकोबार द्वीपसमूह को आजाद किया था। सुभाष चंद्र बोस ने ही सर्वप्रथम अंडमान निकोबार द्वीपसमूह पर भारतीय तिरंगे को फहराया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि “यह वही जगह है, जहां महान देश भक्त वीर सावरकर जी को ब्रिटिश सरकार द्वारा काले पानी की सजा सुनाई थी। यह नाम वीर सावरकर जी की दासता को याद दिलाता है।” इसी लिए भारतीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पोर्टब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजयपुरम किया। आपको बता दें कि यह नाम चोल साम्राज्य के वंश से संबंधित है।